मंगलवार, 2 नवंबर 2010

दीपावली एक निराला त्यौहार है.

                             दीपावली एक निराला त्यौहार है.

 दीपावली के दिन ऐसी मान्यता है की इस दिन प्रभु श्री राम चन्द्र जी अपने १४ वर्ष के वनवास को समाप्त कर रावण के वध के बाद अयोद्ध्या को वापश लौटे ,उनके अयोद्ध्या आने की ख़ुशी में वहां  के निवाशियो  ने पूरे नगर को दीप मालाओ से सजा कर अपनी ख़ुशी को व्यक्त किया|
                हम लोग भी हर वर्ष उनके स्वागत में अपने घर को स्वक्छ कर के दीपो से सजाते है | लोगो का मन्ना है की इस दिन घर  को साफ रखने से लक्छमी माता शुख संपत्ति  ले कर हमारे घरो में प्रवेश करती है.|
  आइये हम आज फिर अपने घर को साफ सुथरा बना कर माँ लक्छमी और भगवन श्री राम जी का स्वागत करे.

             आप सभी को धन्तेरश और दीपावली की ढेर सारी बधाईया |
चिट्ठाजगत अधिकृत कड़ी